मेरी मानों काम तुम इस तरह के छोड़ दो, गुफ्तगू यूं रात दिन सब बेवजह के छोड़ दो, प्यार के सब रंग उसमे खुद ही भर जायेंगे जब, खत लिफाफे में रखो बस दिल बना के छोड़ दो, मेरी बेटी के दुपट्टे के ये पैबंद देखकर, सब ने बोला के ये तारे आसमां के छोड़ दो, मुस्कुराने से महज़ उसके मिला हमको सुकूं, बात मां की प्यारी प्यारी सब दुआ के छोड़ दो !! ©Maqbul Alam #Shayari #Poetry #urdu #ishqeshayari #President