मेरी बगिया का यह पुष्प प्यारा-प्यारा, टिमटिमाता जैसे एक अकेला तारा! होगा आज रात्रि एक दीप हाथ में हमारा तमस का अंत बाहर करेगा उजाला!! © लतिका 🌼 #deepak #prakashparv