👨🏻⚕️❤👩🏻⚕️ शायरी लिखूँ भी तो तेरे नाम से शुरुवात करुँ, जब भी लिखूँ बस तुझे ही याद करुँ, चाहे फिर गीत लिखूँ या गज़ल लिखूँ, उसका भी शृंगार बस मैं तुझी से करुँ, मेरे शब्दो को चाहे भूल भी जाये फिर ये लोग, पर फिर जिस गली से भी निकलूं तेरा ही नाम आबाद करुँ..!!!! ©drmanishkumar #नाम 👩🏻⚕️❤