कुछ यादों को गर डिलीट कर पता तो डिलीट करता वो सारे लम्हों को डिलीट कर देता एक एक पल को जिसे तुम याद कर के कोसती हो खुद को एड कर देता तुम्हारे जीवन में खुशियों को ले आता रीसाइकल बीन से वापस उन सारे लम्हों को जिनमे तुम खुश थी मेरे बिना ही एडिट कर पता तो एडिट करता हरेक उस चित्र को जिसमे मैं तुम्हारे साथ था.... क्रॉप कर पाता तो निकाल देता खुद को उन में से जैसे जख्म निकलता है डॉक्टर शरीर से और फिर फॉर्मेट कर के इनस्टॉल कर देता तुम्हारी खुशियों को.... फिर से यकीनन .... #कर #डिलीट #खुशी #क्रॉप #yqdidi #programing