फर्क तो है, चूंकि तुम्हारी सुबह कॉफी और अण्डे-ब्रेड वाली हमारे यहाँ तो चाहा बाद... दाल-भात होता है, तुम्हारे यहाँ होता होगा वीकएंड सैटरडे और संडे हमारे यहाँ तो... छंछर और इतवार होता है, तुम देखती होंगी सिनमा, और घुमती होंगी मौल में हमारे यहाँ तो... कौतिक-बाजार होता है, तुम ढूँढती हो सुकून अपनी चार दिवारी में आओ हमारे यहाँ कभी... हमर आगनम मिल जाल तुमुकै जन्नत, कलै कि कुछ ऐसा ही हमारा #पहाड़ होता है। अपनी #संस्कृती अपना #उत्तराखंड #उत्तराखंडदिवस ©Happy Joshi #उत्तराखंडदिवस #HappyCreations