मनमरजियां मन करता है मैं आसमां पे रास्ता बना लूं, सितारे सारे अपने आंगन में सजा लूं, खिड़कियों के बीच से मैं लहरों का मजा लूं, रंग सारे अपनी यादों में सजा लूं, बस तुझसे ही इतनी ही अर्जियां, की पूरी हो ये मनमर्जीयां। रातों को जुग्नुओं की रौशनी से घर को जगमगा लूं, अपनी रोती किसमत को फिर से हसा लूं, शाम होते में चंदा को डूबा दूं, डूबते सूरज को मैं हाथों से चमका लूं, बस पूरी होते रहे मेरी अर्जियां, की मैं करता जाऊं अपनी मनमर्जीयां। सितारों को मैं घर बुला के लोरियां गवाऊं, बिन कहे मैं ये सबको दास्तां सुनाऊं, मन करता है दुवाओं को हवाओं से बटवाऊं, पानी में भी इटों का घर बसाऊं, बस यही है उस से अर्जियां, की करता जाऊं मैं मनमर्जियां। मनमर्जियां #yqbaba #yqdidi #yqselfrespect