चाँद ने घूँघट ओढ़ा है बादलों का बादलों की ओट से वो निकलता है ऐसे ही अठखेलियां करता है चाँद कभी छिपता है कभी निकलता है आसमाँ पर ठहरी है नजर मेरी यूँ चाँद को देख दिल जलता है उसकी नजर में तो सब है एक से वो सिर्फ़ मुझ पर कहाँ मरता है ए चाँद नही आएंगे हम तेरे झांसे में हमे खबर है तू हर शहर में निकलता है #chaand#गुंघट#अठखेलियां #बादल#गज़ल#नज़म#poetry #nojotohindi #nojotofilm #nojotoshayri