अपनापन बहुत हैं। जहाँ बिताती हूँ अधिकांश समय, मैं सुकून से भरे। वहीं सोना, वहीं सोचना, वहीं खाना और वहीं रहना, मुझे बेहद पसंद है।। बुनती हू वहाँ बैठकर मैं भविष्य के सपने, वही बैठे खोजती हू अच्छे बुरे के भेद सबमें। गुजारिश की है मैने अपनी बिटिया से, मृत्यु समय लिटाना मुझे इसी कोने में।। OPEN FOR COLLAB ✨ #ATमेरेघरकेकोनेमें • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ Collab with your soulful words.✨ BG credits ~ Harshita Singh For suggestions, DM us on Insta (LINK IN BIO) or create a private quote using the hashtag "suggestAT" and tag us there.