story in caption भीखमंगा अरे भईया ये लोग बहुत हरामी होते हैं आपको पता नहीं, नय वाले ब्रिज के निचे रहते हैं मैं देखता हुं रोज रात को मस्त चिकन और दारू चलता है इनका, ऊतना ऐश हम और आप कमा के नहीं कर सकते जितना ये लोग बिना मेहनत किय भीख मांग कर करते है . मैं टाटा एस के ड्राईवर के बगल वाले सीट पर बैठा था, ये सब बातें ड्राईवर उस वक़्त करने लगा जब तेलीबांधा सिग्नल के पास एक अधेर उम्र का भिखारी जो एक हाथ से दिव्यांग था सामने दिख गया. बात सिर्फ यहीं की नहीं, और भी कई बार मैने लोगों को ये कहते सुना है की विकलांग या वृध लोगों को ही भीख देनी चाहिए, जो लोग मेहनत करने में सक्षम है अगर वो भीख मांगते हैं तो उन्हे नहीं देना चाहिए .शायद मैं भी यही मानता हुं !