तेरी-मेरी बात तेरी मेरी नाराजगी इतनी देर तक चली ना तूने मूड कर देखा ना मैंने तुझे रोका खता दोनों की थी नाराज़ भी दोनों थे ना मैंने खबर दी ना तूने हाल पूछा ।।। ये भी नहीं तुझ बिन रहना आसान था तूने निभाई वफा ना मैंने दिया धोका ।। अना के बीच पीस गया ये रिश्ता तेरा मेरा ना वक़्त लौट के आया ना मिला फिर कोई मौका ।। #तेरीमेरी