जब जब भी टूटे है हौसले, तेरी ही "याद" आई है ! लेकर नाम तुम्हारा "झूठी" मुस्कान भी दिखाई है!! सिने से लगाकर तेरी फोटो ये आखें "नीर" बहुत बहाई है! जब जब भी "टुटे" है, हौसले तेरी ही याद आई हैं!! रातो मे जागकर तुझे हर मुसीबत बतायी है! अब तुझे ही कैसे भूल जाऊँ बाबा "शनिदेवः" तुमने ही तो मेरी जिंदगी बचाई है!! ~विष्णु कुमार #jaishanidev