~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ आगयी संक्रांति बेला, उत्तरायण रवि हुआ है। गगन में अगणित पतंगों ने शिखर उड़ कर छुवा है। उत्सवों की है खुशी संक्रांति, पोंगल, लोहडी़ की-- मुदित जन गण मन वतन का ईश्वर की ही दुवा है।। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ #NojotoQuote