रग-रग में हिन्दी ************************************ मेरे रग-रग मे हिन्दी की धार है, हिन्दी से मुझे असीम प्यार है। हिन्दी से ही ये मेरी दुनिया और, हिन्दी से ही तो मेरा ये संसार है। हमारे देश को एक सूत्र में बाँधा, ये भी तो हिन्दी का चमत्कार है। हिन्दी मुझसे नहीं पर मैं हिन्दी से, हिन्दी बिना मेरा जीवन बेकार है। जहाँ भी चला जाऊँ मैं जग में, मेरी हिन्दी मेरे संग लगातार है। ************************************ ✍🏽 सामंत कुमार झा 'साहित्य' 🏡 मधुबनी, बिहार ©Samant Kumar Jha Samant #रग #प्यार #धार #sunrays