कोई हाकिम मिले तो पुछुगाँ, है क्या दर्दे-दिल की दवा कोई!! जो इश्क़ में होता है क़ातिल, है क्या उसकी सज़ा कोई!! रहता है पानी जिसकी आँखों में, है क्या उसके लिए किनारा कोई!! टूट जाता है जब दिल किसी का, है क्या साथ निभाने वाला कोई!! ना लगे जिसका दिल कभी कहीं, है क्या मन बहलाने वाला कोई!! बेवफ़ाई जिसे मिली हो क़िस्मत में, है क्या वफ़ा करने वाला कोई!! सरू क्यों आहें भरता है हर वक़्त, है क्या उम्र भर साथ निभाने वाला कोई!! ©saru writes #है_क्या_कोई_साथ_निभाने_वाला #saru_writes #saru