एक आंसू वफ़ा की कब्र पर बहा लिया होता गुले गुलजार से जनाजा सजा लिया होता जमाने के सामने नही होते शर्मिंदा अगर तुमने ये एहसास मिटा लिया होता मोना Dear✍🏻 #ashaq