हिंदी हमारी मातृभाषा, हिंदी हमारी शान है, हिंदी हिन्दुस्तानियों की, एक मात्र पहचान है। हिंदी शब्दों से रिश्ता, कुछ इस कदर हो गया, मैं हिंदी शब्दों में और हिंदी मुझमें खो गया। हिंदी मेरे दिल में बसी, मेरा आत्मज्ञान है, हिंदी एकमात्र, मर्यादित भाषा की पहचान है। हिंदी से मन में उत्पन्न, विकार पता चलता है, हिंदी से ही हमारा, संस्कार पता चलता है। हिन्दुस्तानियों को अगर हिंदी का ज्ञान है, सुनकर हर हिन्दुस्तानी को, होता अभिमान है। BKJ-01 रचना दिए गए विषय पर 8-10 पंक्तियों में लिखनी है, सिर्फ वालपेपर पर लिखें। font थोड़ा छोटा रखें। विषय का रचना में कम से कम एक बार आना अनिवार्य है। समय 01:00AM to 11:30PM 14.09.20 Collab करने के बाद done अवश्य लिखें। कृपया कैप्शन को यथावत रहने दें। #BKJ