तहियैं झगड़ तहियैं दगड़। को भूलों यौ रगड़-बगड़। नजदीक में के नि लागन। दू जा बेरा चौमासै जस झड़। क्वे शब्द में जै के कैण हुनि। बाक़ी सब स्वैण हुनि। आपण तो सिर्फ भै-बैणि हुनि। भाई-बहन के पावन स्नेह के प्रतीक भाई दूज पर्व पर सहस्र शुभकामनाएं एवं बधाईयां। ©ऋतुराज पपनै #Bhaidooj #भै-बैणि