अब गाँव ढूंढ रहे है जुगनू, शहर की यह ईमारतें कहाँ समझेगी, किसी मिट्टी के घर की खुशबू ? यह गाड़ियों से चीखते रास्ते, पंछियों की बोली कहाँ समझ पाएंगे ? बंद खिड़कियों के पीछे साँस लेने वाले, आंगन में फूलों की रंगोली कहाँ समझ पाएंगे ? महँगी घड़ी से वक्त देखने वाले, कलाई पे बंधी मौली कहाँ समझ पाएंगे ? "गाँव" #village #hindi #simplicity #wayofliving #cityvsvillage #shayari #yqbaba #yqdidi