पहला नशा नशा है पहला जो उतरा नही यारो।। किस गली मिले थे।। यादो मे यारो।। कहाँ कोई ना डुबे इन आँखों के ।। समंदर से गहरा इन का इशक़ यारो में झुकता हूँ ये नशा है यारों।। #tarik khan#नशा #नशा #उनका