कि वो पल लिखू जो संग बिताये, कुछ ऐसे लिखू कि वह जीवंत नज़र आये । जब कभी सिर चढ़े आप की याद, उस लिखे लेख को पढ़ के मुस्कुराऊँ । लिखू कुछ खास पल जो संग बिताये, कुछ ऐसे लिखू कि वह जीवंत नज़र आये । रागिनी झा कि वो पल लिखू जो संग बिताये, कुछ ऐसे लिखू कि वह जीवंत नज़र आये । जब कभी सिर चढ़े आप की याद, उस लिखे लेख को पढ़ के मुस्कुराऊँ । लिखू कुछ खास पल जो संग बिताये, कुछ ऐसे लिखू कि वह जीवंत नज़र आये ।