छुपा रहा हूँ मेरा गम भी और तुझे पाने का भ्रम भी . छुपा रहा हूँ ये आँखे नम भी और तेरा जुल्मोँ सितम भी . तेरा मुस्काता चेहरा भी तेरे जुल्फोँ का पेहरा भी अब मैँ भुला रहा हुँ तुझसे अब ख्वाहिश नही मेरी . मैँ खुदसे दुर जा रहा हुँ मैँ तुझे भुला रहा हुँ ।। छुपा रहा हूँ मेरा गम भी और तुझे पाने का भ्रम भी . छुपा रहा हूँ ये आँखे नम भी और तेरा जुल्मोँ सितम भी . तेरा मुस्काता चेहरा भी तेरे जुल्फोँ का पेहरा भी