कोविड-19 री लहर ने चुनावी रफ्तार पर ब्रेक लगा दिए हैं मतदान में 10 दिन बाकी है लेकिन सड़क चौराहे पर चुनाव माहौल दूर-दूर तक नहीं दिखाई दे रहा चुनाव आयोग की रैली और रोड शो पर प्रतिबंध के चलते प्रत्याशी डोर टू डोर प्रचार तक सिमट गए इधर चौक चौपाल पर प्रत्याशियों के समर्थक हार जीत के समीकरण बना रहे हैं कुल मिलाकर अन्य चुनाव की बने इस पर मौजूद विधानसभा चुनाव का निवेदन जांच पूरी तरह बदला हुआ है उत्तर प्रदेश में चुनाव लोकतंत्र के उत्सव के रूप में लिया जाता रहा है लेकिन कोविड-19 तरह आम जीवन को हरा दिया है उसी तरह इस उत्सव पर भी पहरा ठहराने की विवश कर दिया है प्रत्याशी को प्रचार प्रचार की राह तलाश नहीं मिल रही है चुनाव आयोग के प्रत्याशियों की रोड शो और चुनावी रैली पर पूरी तरह रोक लगा रखी है हालांकि इसमें अब कुछ छूटा दिया जाने पर विचार चल रहा है लेकिन फिलहाल रैली और रोड शो पर पाबंदी के चलते चुनाव का नजारा पूरी तरह बदला हुआ है नेताओं को जहां समर्थकों के बिना चुनाव रस ही नजर आ रहा है वही समर्थक भी अपने नेता के जिंदाबाद करने से वंचित हो रहे हैं प्रत्याशियों की कट्टर समर्थन ही उनके साथ देखे जा रहे हैं प्रत्याशी डोर टू डोर प्रचार तक सिमट गई है पुलिस भी चुनाव आयोग के आदेश का पालन करते हुए सख्ती बरत रहे हैं ©Ek villain #चुनावी उत्सव पर कोविड-19 का कहर #City