"किस किस को रांजदा करूं अपने गम_ ए_ हयात से" "यहाँ हर गम मिला मुझे चाहत की खैरात से" "उम्मीद टूटी हर दफा इसमें हैरत की कोई खास नहीं" "आखिर कर भी क्या सकते हैं उम्मीद हसीन बेवफाओं की जात से। शनि शुक्ला(shiv) ©Shani Shukla #Shani #shani_shukla #shayarshani #alfaj_e_shani #shanishayari #alone