धीरे धीरे उम्र ढलती हुई कहती है बस और व्यर्थ न करो मुझे, मैं लौटकर नहीं आने वाली। सपने सच करने में अभी से लग जाओ, मैं घटनाचक्र उल्टा नहीं घुमाने वाली। समय की रेत फिसलती हुई, ये मेरी उम्र ढलती हुई। #समयकीरेत #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi