वो मेरे जेहन में कुछ उस तरह का ख्याल क्यूँ है, सफरजिद जिन्दगी यूँ दस-तरस बेहाल क्यूँ है ।। कबूला जब उसने गुनाह है भरी अदालत में अपना, फिर मेरे कातिल से ये अगला सवाल क्यूँ है।। ©..... #manav_bhatt_shayari