क्यों फिक्र करू इस ज़माने की जब किसी का घर बस्ता है उसे देख ये जमाना हस्ता है. कोई बून्द -बून्द को तरसता है उसे देख ये जमाना हस्ता है. किसी ज़ालिम का केहर बरसता है उसे देख ये जमाना हस्ता है. #R_I_P #जमाना.