ताज्जुब जमाने की चाल से नही इसके बदलते दौर से है.! दर्द की कैफ़ियत से खफा नही बेअसर दवा की ओर से है..! शिकायत मुट्ठी मे भरी क़िस्मत से नही हाथो मे बनी अधूरी लकीरो से है.! कभी ना देने वाले जरा से गौर से है.! तकलीफ अकेलेपन से नही अंदर के शोर से है..! #किस्मत #दौर #लकीरें #दर्द #yourquote #yourquotedidi #collabwithme #imagesourcegoogle