कल लम्बे अरसों बाद, हम दोनों में ठन गई खुद हुई हमसे दूर,और कल आकर मुझपर अटक गई कल लम्बे अरसों बाद, हम दोनों में ठन गई । कुछ आइ अड़चने ,जब जीवन में वो आकर मुझपर भड़क गई कल लम्बे अरसों बाद, हम दोनों में ठन गई । जब याद दिलाई ,बीति-बाते तब मेरी बातें खटक गई कल लम्बे अरसों बाद, हम दोनों में ठन गई । मिलना चाहा,जब ख्वाबों में वो राहों में ही भटक गई कल लम्बे अरसों बाद, हम दोनों में ठन गई । हम दोनों में ठन गई ❤️ #poem#mrbnp#mrbadri#nojoto#nojotopoem संजय श्रीवास्तव कल लम्बे अरसों बाद, हम दोनों में ठन गई खुद हुई हमसे दूर,और कल आकर मुझपर अटक गई कल लम्बे अरसों बाद,