मेरी ही आदत ने दिए हैं मुझे कई दुश्मन। लगता है अब मुझे मुझी से ख़तरा है। जो मर चुके हैं उन्हें अब कोई ख़तरा नहीं, जो ज़िंदा है उन्हें ज़िन्दगी से ख़तरा है। -फ़क़त उमेश। #हक़ीक़त #दुश्मनी #ज़िन्दगी #ख़तरा