रोज शाम मैदान में बैठ ये कहते हुए एक बच्चा रोता है हम गरीब हैं इसलिए हम गरीब का कोई दोस्त नहीं होता है/ ©GSU Rudra shandilya #रूद्र छत्रपाल सिंह शांडिल्य