मैने उनकी माँ में अपनी माँ को देखा मैने बहुत देर तक उनकी हाँ को देखा। जो मेरी तस्वीर देखकर खुश हो जाती हैं मैने उन दो आँखों मे एक जहाँ को देखा। एक तस्वीर में उन्हें खुले बालों में देखा था उसके बाद मैने कहाँ आसमाँ को देखा। इतने प्यार से देखा कि शर्म आ गई, फिर कभी यहाँ को देखा तो कभी वहाँ को देखा। एक ख्वाब आता है हर गुज़रती रात को उनको शहजादी और खुद में शहंशाह को देखा। जिस बात को कहने में उन्हें 6 महीने लग गए मैंने कल उनके उस अंदाज़ ए बयाँ को देखा। #रमन #Life