कोई तुझे चर्च में ढूंढे कोई गुरुद्वारों में, कोई तुझे मंदिर में ढूंढे कोई मज़ारों में, ये कुदरत बनाने वाले , सुना है बहुत दौलत है तेरे पास दुआ नाम की, पता भूल गया है मेरा या वास्ता नही अब मुझसे, कैसे मान लू कोई चीज भी है खुदा नाम की...।