***** ग़ज़ल ***** हम ख़फा भी हों तो फिर भी तुम मुस्कुरा देते हो अपनी इस अदा से तुम यूँ हमें मना लेते हो हम तो दूर जाने की अगर लाख कोशिश भी करें तुम अपनी बातों से हमें यूँ पास अपने बिठा लेते हो अगर मन में हो कोई शिकायत भी हम से तुम्हारी तो बस अपनी नज़रों से तुम नाराज़गी हम से जता लेते हो हम तो कह देते हैं अलफाज़ों से जो मन में हो हमारे मगर तुम तो बस अपनी खामोशी से मन का राज बता देते हो जब करते हो ना तुम चले जाने की यूँ हम से बातें तो हँसते-हँसते ही मेरे दोस्त क्यों तुम हमें बेवजह रूला देते हो #anupamgazals #anupamsongs #yqsunilmadaan #yqbaba #yqdidi #yqlove #yqshayari #yqpoetry