मैं जब भी थक कर आँख मूँदता हूँ एक अजनबी सी आहट मुझे जगाती है वो तेरी मीठी मुस्कान बहुत याद आती है जो ग़म मैं मुझे दिलासा देती है जो रुला कर मुझे हंसा देती है वो तेरी मीठी मुस्कान बहुत याद आती है पता नही कब तक तेरे साथ रहूंगा मग़र में अंत तक तुझे याद करूँगा मेरे हर गम मैं जो मुझे हँसा देती है वो तेरी मीठी मुस्कान बहुत याद आती है। वो जो हर राह पर साथ रहती है रेखा की उस पार तक जाती है जो रात भर मुझे जगाती है वो तेरी मीठे मुस्कान बहुत याद आती है। " जान मोहम्मद शाह" तेरी मीठी मुस्कान #nojoto#nojotohindi#indianpoetry#urdupoetry