इश्क़ किया है वतन से, वफ़ा तो अब करनी है । तिरंगें को आँचल बना के, माँ के दिल में रहना है । कोई देखे देश पे आँख उठा के, माँ कसम उसे अब मरना है । इश्क़ किया है वतन से, वफ़ा तो अब करनी है । घर छोड़ कर आये है सीमा पे, देश पे जान निछावर करनी है । सीना ताने खड़े रहेंगे सरहद पे, ग़द्दारों के सर कदमों में झुकाने है। प्रेम करोगें तो सलाम करेंगे, वरना दुश्मन की जान तो लेनी है । इश्क़ किया है वतन से, वफ़ा तो अब करनी है । Ram Na Mandal Ishq kiya hai vatan se, Vafa to ab karani hai . Tirangen ko aanchal bana ke, Maa ke dil me rahana hai . Koi dekhe desh pe ankh utha ke, Maa kasam use ab marana hai . Ishq kiya hun vatan se, Vafa to ab karani hai .