देखा जो मैंने आग की लौ.. डर है दहक उठेगी तेरे लिए मेरी .. चाह जो अब भी कही दुबक के देख रही है.. आशा की राह जो अब भी बची है कही ..!!! देखा जो मैंने आग की लौ.. खो ना जाऊ वो ज्वाला जो.. दूर होने से दहक चुकी है..दिल में कही..!!! गर देखा जो मैंने आग की लौ.. डर है, फिर खो ना बैठू ख़ुद को..तुझमे कही...!! इल्म ना रहा.. खुद को पा लिया हू या..खो चुका हूँ कही..!! #लोहड़ी का रंग #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #ardent_ashu