एक अजीब सी खुशी मिलती थी मुझे , जब तेरे आस पास होता था, याद है वो जब साईकिल चलाई थी , याद है तुम मुझ पर कितना चिल्लाई थी, जब तुम सीढ़ियों से गिरी थी, तुम्हे लगा था कि मै भी हसा था😒 याद है वो बस वाला सफ़र, बिना पैसे के टिकट के आना जाना याद है वो तुम्हारा मेरे पीडी से गाने चुराना याद है क्या वो रात तुम्हरा गला खराब था, तुम डरी हुई थी , कि कैसे होगा सुबह तुम्हारे भाषण की शुरुआत कैसे होगी , कितना घबराई हुई थी तुम कैसे बोलोगी स्टेज पर ,कितना सोच रही थी तुम क्या याद है वो बात, जो मैंने तुम्हे बताई थी। Happy Birthday 🎂🎂 #meri_bestie #लफ्ज़_ए_प्रशांत #birthday #bestfriend #hindipoetry #lovequotes #happy_birthday_dost #love