#अतिक्रमण आँखों से देखा मैने कई छोटे दुकान हटाए जा रहे थे सड़क से मैने कह दिया सरकारी अफसरों से यूँ गरीब की खुशियों ओर ख़्वाबों पर अतिक्रमण ठीक नहीं..... फिर एक अफसर ने कहाँ समझिये मज़बूरी हमारी हम भी आदेशों के बंधन में बंधे है ओर अंतिम पंक्ति चुभ गयी मुझे बड़ी दूर से कमाने खाने आये है.... फिर मैने कह दिया यूँ दूसरे को उजाड़ कर आँशुओं की नींव से खुद के ख्वाब सजाएंगे फिर एक बच्चे ने कहाँ 🥺🥺बाबा अब हम अपनी दुकान किधर लगाएंगे... आँखें भींग गयी वहाँ सभी की अफसर कह रहे थे हटाओ, सब तोड़ दो... ©Mallika #fog