अधूरेपन में खोना, किसी के जाने के बाद फिर रोना, थोड़ी दूर साथ चलना फिर, आगे चल के अलग होना । जो बीते थे पल कभी साथ, उनकी यादों में बस खोना, जब कोई देख न पाए तो, अकेले कोने में रोना । फिर सोचना उन पलों के बारे में, जो कभी साथ बिताए थे, जिनकी यदि तो दिल मे छपी, पर वो तो दो पल के सायें थे। आज उस पर हो माना तुम, कभी तो इस पर फिर आओगे, हक़ीक़त मे तो दूर गए, ख्वाबो से कैसे जाओगे। ये दिल एक दरियाँ सा,इसमे तूफान हर पल उठता है, कैसे समझाऊं इसे में अब, ना ये सुनता न समझता है।। #NojotoQuote #Poem_writing #After_long_time