हौसला अभी बाकी है वो टूटा नहीं है बस जमाने से लड़ते लड़ते थक गई हूं पथरीले इन रास्तों पे चलते चलते मैं थोड़ा रुक गई हूं... पर इसका ये मतलब नहीं है... के मैं दुनिया के आगे झुक गई हूं - कुहू ©Kuhu हौसला #hindi_poetry #hindi_shayari #hindikavita #kuhu