दो सखियां करती बतियां राधा में ऐसा क्या है सखी कान्हा क्यों उस पे मिटा है सखी गगरिया फोड़त वो हमरी है बईयां मरोड़त हमरी है जसोदा माई से जो करुं शिकायत चोटी खोलत वो हमरी है. इतना छेड़े वो हमको है फिर मन राधा से क्यों लगाए सखी उसको ही क्यों वो चाहे सखी नैन हमसे क्यों ना मिलाए सखी हमका क्यों ना अपनाए सखी.. जा-जा कर बृज में वो क्यों राधा को होली खिलाये सखी.. बंसी की तान पर क्यों मुरारी राधा संग रास रचाये सखी.. देकर हमका विरह की रैन क्यों रातों को जगाए सखी.. दो सखियां करती बतियां.. -KaushalAlmora #बतियां #कान्हाराधे #सखी #वृंदावन #yqdidi #प्रेम #विरह #yqquotes PC: pinterest