मैं तो राही हूँ, मुझे गिरकर फिर से उठने की आदत है। मैं तो राही हूँ, मुझे धूप सहकर, शोला बनने की चाहत है। मैं तो राही हूँ, मुझमें चिड़िया बनकर, आसमां छूने की ताकत है। मैं तो राही हूँ, मुझे हीरा बनकर, ज़िंदा दफन होने की आदत है। मैं तो राही हूँ, मुझे सोना बनकर, अंगारों से खेलने की चाहत है। मैं तो राही हूँ, मुझेमें पहाड़ बनकर, तूफानों से भिड़ने की ताकत है। मैं तो राही हूँ, मुझे संभव बनकर, असंभव कर दिखाने की चाहत है। It's my birthday, so I wrote this for me. #yqbaba #yqdidi #birthday #mybirthday #quotestagram #quoteforme #yourquote #sambhav