जब आर्यमा गुम हो निशा में हो तमस जब हर दिशा में रत्नाकर जब रो रहा हो भाग्य मेरा सो रहा हो हर तरफ जब हो उदासी देह घायल, नेह प्यासी कहीं भी कोई आश ना हो किसी पे जब विश्वाश ना हो तब भी तुम्हारा साथ होगा हाथों मे तुम्हारा हाथ होगा और धड़कन झूम कर के मुझसे यह कहती रहेगी ये वही है -- ये वही है ये ही है सदभाग्य तेरा ये है मन का मीत तेरा ये सनातन प्रीत तेरा ये हृदय का हर्ष तेरा ये ही है उत्कर्ष तेरा ये धड़कनों की सतसई है जो कमी थी, वो यही है है जो ये तो सब सही है ये वही है -- ये वही है ©Manaswin Manu #Manaswin_Manu #Sristy #sristysinghvarid