*📚“सुविचार"🖋️* *📝“19/9/2021”🌟* *📘“रविवार”✨* इस “संसार” में “कुछ ऐसे” लोग होते है जो हमें “अत्यंत प्रिय” होते है,“अच्छे” लगते है, हम चाहते है कि ये हमारे “निकट” रहे या हम उनके “निकट” रहे, अब ऐसे अच्छे लोगों को हम “श्रेष्ठ उपहार” देने का “प्रयास” करते है, और बदले में ये “अपेक्षा” भी होती है कि इनसे हमें “सम्मान” मिले, अब ये जो लोग प्रिय होते है इन्हें हम उपहार देते है,स्वर्ण-आभूषण, हीरे,मोती इत्यादि देते है, किंतु देखा जाए तो इन सभी का एक “मूल्य” है, सोचिए आप कोई ऐसा “उपहार” दे जो “अमूल्य” हो, अब ऐसा कौनसा “उपहार” हो सकता है? “प्रेम”...ये “प्रेम अमूल्य” है क्योंकि ये “ह्रदय” से निकलता है न “मांग ” के मिलता है न “छिन” के प्राप्त हो सकता है ये “प्रेम”, यदि करो तो “ह्रदय” से ही प्रेम से करो, “भय” से नहीं... स्मरण रखिए जो “शीश” “भय” से झुकते है “विरोध” में सबसे पहले वही उठते है और जो “शीश” प्रेम में झुकते है वो “शीश” के लिए कटने को भी “सज्ज” रहते है, इस संसार का सबसे “बड़ा उपहार”, सबसे बड़ी “भेंट” है ये “प्रेम”... *🖋️अतुल शर्मा📝📚* ©Atul Sharma *📚“सुविचार"🖋️* *📝“19/9/2021”🌟* *📘“रविवार”✨* #“संसार” #“कुछ लोग”