ईबादते कम और गम ज्यादा , मैं अपनो के बिच और परायों के बिच बँट गया आधा - आधा, फिर भी सफर से शिकायत नहीं, जिन्दंगी मै, और अपनें,पराये भी वहीं गम#ईबादत