मैं अभी खुद को ढूंढ ही रहा था कि लोगों ने बोला तुम खुद में ही खोये रहते हो मैं विजय पथ की और अग्रसर हुआ ही था कि लोगों ने बोला इस रास्ते पर जरुर तुम हार जाओगे मैं अभी रस्म ए दुनिया में ढल ही रहा था कि लोगों ने और नए रीति रिवाज बना दिये मैं अभी हंसी की महफ़िल ढूंढ ही रहा था कि लोगों ने ग़म के नए ठिकाने बता दिए मैं अभी दोस्ती प्यार निभाना सीख ही रहा था कि लोगों ने नही निभा पाने के कारण गिना दिए मैं अभी लेखनी में क़लम आजमा ही रहा था कि लोगों ने मेरी वर्तनी में अशुद्धियां निकाल दी । मैं अभी #yqbaba #yqdidi #selfmusings #myself #inspiration #yourquotediary