पलट कर देख लेते जो तुम हमें एक बार तो आज इस क़दर हम तुम्हें आकाश की गहराइयों से ना देखते, ख़ुश हो तुम बिना मेरे भी अच्छा हैं पर जब याद कर हमें दरवाज़े के पीछे छिपकर रोते हो तो दर्द हमें इस जहां में भी बहुत होता हैं अगर पलट के देख लेते हमें एक बार...! - जुनेदपुरिया क़लम से... अगर पलट के देख लेते हमें एक बार...! #onlinepoetry #poetry #dailypoetry #poemforyou #life #love #poet #you #me #quoteoftheday