aur jo nahi hai uska gam nahi सुप्रभात। हमारे पास जो भी होता है, उसे कम समझना मन की एक कमज़ोरी है। जो भी है उसे पर्याप्त मानते हुए, उसमें वृद्धि करने का पुरुषार्थ करना चाहिए। #कमनहींहोता #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi