वो कहते हैं सब नेक से है लड़का और लड़की एक से हैं तो उसमें मुझमें फर्क नहीं है इन बातों का तर्क नहीं मैने कमीज़ के दो बटन खोले ,मुझको आवारा कहा गया जब यही किया लड़की ने तो, चुप रहा गया ,सब सहा गया मैं निकला घर से कच्छे में , सबने मुझको बेशर्म कहा वो शोर्ट्स पहन कर जब निकली , उसने सबको बेशर्म कहा "क्या देखता है गधे, तेरे माँ बहन के पैर नहीं है क्या" सवाल वो तो सहेज कर रखती है , तुझमें अवैर नहीं है क्या । ज़वाब अब सोचो इसको कहें भी क्या , इसको चुपचाप सहे भी क्या कुछ देर उसने हमें देखा , हम उसको युही भा जाते हैं एक पल मैने उसे देख लिया ,उसके रक्षक आ जाते है ये कैसा बर्ताव हमारा , हम किस भारत में पले गए बस बेशर्मी बची हममें , संस्कार तो सारे चले गए #feminist #संस्कार #लड़किया