हालात मुश्किल है, यह माना हमने उम्मीदों का दामन, संयम से है थामा हमने नज़दीकियां भले ही ना हो, इस दौर में खुशकिस्मती का आशीष, रोज मांगा है हमने वक्त है, बुरा है, यकीन मानो गुजर जाएगा "अलविदा ना कहना" साथी, मुलाकातों का दौर फिर आएगा -प्रियतम ♥️ Challenge-565 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।